नई दिल्ली: स्मार्टफोन की दुनिया में पिछड़ चुके ब्लैकबेरी को उबारने का जिम्मा एक भारतीय मूल के कैनेडियन ने उठाया है.
कनाडा के प्रेमवत्स की स्वामित्व वाली  कंपनी ‘फेयरफैक्स’ ने 4.7 बिलियन डॉलर यानि लगभग 30 हजार करोड़ में ब्लैकबेरी की हिस्सेदारी खरीदी है. इससे पहले फेयरफैक्स के पास ब्लैकबेरी की 10 फीसदी हिस्सेदारी थी.
खास बात यह है कि वत्स ने बीते अगस्त महीने में ही ब्लैकबेरी के बोर्ड आफ डायरेक्टर्स से इस्तीफा दिया था.
वत्स इस नए व्यापार को कंपनी के लिए 'नई शुरूआत बताते हुए कहते है कि ब्लैकबेरी को बाजार में फिर से अपनी जगह पर लाना उनकी प्राथमिकता है.'
ब्लैकबेरी स्मार्टफोन के बाज़ार में अन्य कंपनियों के मुकाबले काफी पीछे है.
प्रेम वत्स फेयरफैक्स के चेयरमैन और सीईओ है. वे भारतीय मूल के कैनेडियन हैं और उनका पैतृक शहर हैदराबाद है.
प्रेम को कनाडा में वॉरेन बफेट के नाम से भी जाना जाता है. प्रेम ने आईआईटी मद्रास से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. वत्स 1972 में कनाडा पहुंचे और वो 1985 से फेयरफैक्स के प्रमुख हैं.